हम सभी ये बात जानते हैं कि शराब, तम्बाकु, पान मसाला व धुम्र पान करने से कैंसर फैलता है कुछ लोग यह बात जानते हुए भी खाते हैं तो कुछ इन चेतावनियों पर अमल करते हुए पान मसाले और शराब से दूर रहते हैं लेकिन अगर आप ऐसा सोचते हैं कि आप शराब या धूम्रपान का सेवन न कर के कैंसर की बीमारी से बच जाएंगे तो आप गलत हैं यह सच है कि हमारे रोज के क्रिया कलापों में से कुछ क्रिया कलाप ऐसे हैं जो कैंसर की बीमारी को आमंत्रण दे रहे हैं आजकल ज्यादातर कैंसर से हुई मौतो के मामले बढ़े है.
हम प्लास्टिक के कप में चाय पीते लेते है या कोई भी गर्म चीज को ले जाने के लिये प्लास्टिक की थैली का उपयोग करते है बिना इस बात पर ध्यान दिये कि किसी भी गरम चीज के संपर्क में आते ही एक केमिकल बन जाता है जो कई तरीके के कैंसर कारक होता है .
हम मे से कई लोगो को आलु चिप्स और भुने हुये टोस्ट बहुत पसन्द होता है पर ब्रिटिश वैज्ञानिको की रिसर्च के मुताबिक ऐसे टोस्ट और चिप्स मे कैंसर का खतरा हो सकता है क्योकि स्टॉर्च युक्त पदार्थो को तेज आंच मे भूनने से एक्रिलामाइड नामका रसायन पैदा होता है.
यहां तक कि
माइक्रोवेव मे बनी हुई चीजो को रोज खाने से बचना चाहिये खास तौर पर माइक्रोवेव मे बना खाना प्लास्टिक के बर्तन मे तो बिल्कुल भी नही रखना चाहिये.
अमूमन ज्यादातर लोग बचा हुआ खाना फ्रिज मे रख देते है और फिर उसे गर्म करके खा लेते है पर ये मामूली सी लगने वाली बात कैंसर की वजह बनती है.
ज्यादातर मिडिल क्लास लोग फ्रिज मे पानी रखने के लिये खराब प्लास्टिक की सस्ती बोतले ता कोल्ड्रिंक की बोतलो का उपयोग करने लगते है पर ये खतरनाक हो सकता है इसलिये फ्रिज मे पानी रखने के लिये अच्छी क्वालिटी की बोतलो का इस्तेमाल करे.
deodorants किस को पसन्द नही होते पर इनका हर वक्त इस्तेमाल नही करना चाहिये खास तौर पर शेविंग के बाद तो बिल्कुल भी नही करना चाहिये.
शक्कर की अधिक मात्रा का सेवन भी मोटापे, डाइबिटीज के साथ कैंसर को निमंत्रण देता है.
इसीलिये सॉफ्ट ड्रिंक का भी सेवन खतरनाक है क्योकि इसमे सामान्य से अधिक शुगर होती है (एक रिसर्च के मुताबिक कैंसर की सेल शुगर के सम्पर्क मे आते ही और पनपने लगती है) जिसमे अनानाश खाने के पहले या बाद तो कोला पीना जहर के सामान है.
वही महिलाओ मे ज्यादा
टाइट ब्रा पहनने से, contraceptive pills (ये महिलाओ के हार्मोनल सिस्टम को बदल देता है) लेने से कैंसर का खतरा होसकता है.
डॉक्टर सौरव गुप्ता के मुताबिक
तम्बाकू पान मसाला और धूम्रपान करने से मुंह और गले मे कैंसर हो जाता है लेकिन समय रहते अगर हम इनके लक्षण पहचान लें तो बचाव किया जा सकता है
वे लक्षण कुछ इस प्रकार से हैं
जैसे मुंह के घाव का दो हफ्तों से अधिक वक्त तक न भरना या मुंह के के किसी हिस्से मे मांस का बढ़ना , मुंह और गले के किसी एक स्थान पर दर्द या जलन या नमक मिर्च का अधिक लगना या गले में गिल्टी होना, आवाज का बदल जाना, मुंह मे जीभ और तालु में कड़ापन आना या जीभ निकालने में परेशानी मे होना, मुंह से खून आना और खाने पीने में तकलीफ होना .
ये लक्षण अगर पहचान लिये जाए तो इनका इलाज आसान हो जाता है बल्कि तीसरी और चौथी अवस्था के बाद इलाज में बहुत कठिनाई होती है
रोकथाम- करेला, आंवले के साथ पुदीना और कड़ी पत्ता और गाजर रोजमर्रा के खानपान मे शामिल किया जाये तो कैंसर की संभावना काफी हद तक कम की जासकती है क्योकि ये कैंसर की सेल को 70 से 90 प्रतिशत तक खत्म कर देती है.
हम मे से कई लोगो को आलु चिप्स और भुने हुये टोस्ट बहुत पसन्द होता है पर ब्रिटिश वैज्ञानिको की रिसर्च के मुताबिक ऐसे टोस्ट और चिप्स मे कैंसर का खतरा हो सकता है क्योकि स्टॉर्च युक्त पदार्थो को तेज आंच मे भूनने से एक्रिलामाइड नामका रसायन पैदा होता है.
यहां तक कि
माइक्रोवेव मे बनी हुई चीजो को रोज खाने से बचना चाहिये खास तौर पर माइक्रोवेव मे बना खाना प्लास्टिक के बर्तन मे तो बिल्कुल भी नही रखना चाहिये.
अमूमन ज्यादातर लोग बचा हुआ खाना फ्रिज मे रख देते है और फिर उसे गर्म करके खा लेते है पर ये मामूली सी लगने वाली बात कैंसर की वजह बनती है.
ज्यादातर मिडिल क्लास लोग फ्रिज मे पानी रखने के लिये खराब प्लास्टिक की सस्ती बोतले ता कोल्ड्रिंक की बोतलो का उपयोग करने लगते है पर ये खतरनाक हो सकता है इसलिये फ्रिज मे पानी रखने के लिये अच्छी क्वालिटी की बोतलो का इस्तेमाल करे.
deodorants किस को पसन्द नही होते पर इनका हर वक्त इस्तेमाल नही करना चाहिये खास तौर पर शेविंग के बाद तो बिल्कुल भी नही करना चाहिये.
शक्कर की अधिक मात्रा का सेवन भी मोटापे, डाइबिटीज के साथ कैंसर को निमंत्रण देता है.
इसीलिये सॉफ्ट ड्रिंक का भी सेवन खतरनाक है क्योकि इसमे सामान्य से अधिक शुगर होती है (एक रिसर्च के मुताबिक कैंसर की सेल शुगर के सम्पर्क मे आते ही और पनपने लगती है) जिसमे अनानाश खाने के पहले या बाद तो कोला पीना जहर के सामान है.
वही महिलाओ मे ज्यादा
टाइट ब्रा पहनने से, contraceptive pills (ये महिलाओ के हार्मोनल सिस्टम को बदल देता है) लेने से कैंसर का खतरा होसकता है.
डॉक्टर सौरव गुप्ता के मुताबिक
तम्बाकू पान मसाला और धूम्रपान करने से मुंह और गले मे कैंसर हो जाता है लेकिन समय रहते अगर हम इनके लक्षण पहचान लें तो बचाव किया जा सकता है
वे लक्षण कुछ इस प्रकार से हैं
जैसे मुंह के घाव का दो हफ्तों से अधिक वक्त तक न भरना या मुंह के के किसी हिस्से मे मांस का बढ़ना , मुंह और गले के किसी एक स्थान पर दर्द या जलन या नमक मिर्च का अधिक लगना या गले में गिल्टी होना, आवाज का बदल जाना, मुंह मे जीभ और तालु में कड़ापन आना या जीभ निकालने में परेशानी मे होना, मुंह से खून आना और खाने पीने में तकलीफ होना .
ये लक्षण अगर पहचान लिये जाए तो इनका इलाज आसान हो जाता है बल्कि तीसरी और चौथी अवस्था के बाद इलाज में बहुत कठिनाई होती है
रोकथाम- करेला, आंवले के साथ पुदीना और कड़ी पत्ता और गाजर रोजमर्रा के खानपान मे शामिल किया जाये तो कैंसर की संभावना काफी हद तक कम की जासकती है क्योकि ये कैंसर की सेल को 70 से 90 प्रतिशत तक खत्म कर देती है.
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